ज़िन्दगी जीता है बस वही भरपूर
जो समय नदी में
वर्तमान के लोटे से
है नहाता निश्चिंत।
भविष्य की बाल्टी
तो होती है कितनी भारी
और भूत के बर्तन का पानी
तो हो चला कितना बासी
बस रखो अपने साथ
ये वर्तमान का लोटा
घबराने की बात नहीं
इस लोटे में है खुर्ची
तुम्हारी अतीत की यादें
रहेंगी साथ जो सदा इस लोटे के साथ-
बस चमकाते रहना
बीच-बीच में
इसे
अपने सुंदर सपनों से
बस और कुछ नहीं
कुछ भी नहीं।
चलो
लगाओ अब
बस एक लोटा एक बार में
हर हर महादेव
@ इस लोटे में है खुर्ची
ReplyDeleteतुम्हारी अतीत की यादें
रहेंगी साथ जो सदा इस लोटे के साथ-
बस चमकाते रहना
बीच-बीच में
इसे
अपने सुंदर सपनों से
बस और कुछ नहीं
कुछ भी नहीं।
चलो
लगाओ अब
बस एक लोटा एक बार में
हर हर महादेव
निहाल कर दिए भैया! सचमुच।