Wednesday, May 22, 2019

इतनी कड़वी दवाईयाँ पी चुका



इतनी कड़वी दवाईयाँ पी चुका
कि अब मीठी गोली बेईमान लगती है

थक गयी सबको खुश करते करते
अब समझा वो क्यूँ परेशान लगती है

बनो खुद में ही कुछ, बनो खुद अपने जैसे
ये मशहूर अदाएँ एक समान लगती हैं



2 comments:

  1. @
    थक गयी सबको खुश करते करते
    अब समझा वो क्यूँ परेशान लगती है
    बह मत जा इस ख़ुशनसीबी की रवानगी पे
    हो न हो, ये कुछ ही दिन की मेहमान लगती है

    गठिया कर लिए जा रहा हूँ। शुभ दिन था वह, जिस दिन इस ब्लॉग पर पहुँचा था।

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  2. बहुत सुन्दर रचना है ..................

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